चारधाम यात्रा अपने शुरूआती दिनों में ही चरम पर है. तीन दिनों के अंदर ही डेढ़ लाख के लगभग तीर्थयात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए हैं. वहीं चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण का आंकड़ा 26 लाख के पार पहुंच गया है. भारी संख्या में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं के चलते कहीं व्यवस्थाएं अव्यवस्थित न हो जाए, इसको लेकर राज्य सरकार लगातार नए-नए कदम उठा रही है. साथ ही अधिकारी बैठक करके कई अहम निर्णय ले रहे हैं. इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आला अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई. जिसमें यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए बुधवार और गुरुवार को ऑफलाइन पंजीकरण नहीं कराए जाने का फैसला लिया गया.
केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों की जाम की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहे हैं. यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए थे. इसके बाद सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा संचालित करने के लिए अधिकारियों ने बैठकर मंथन किया. गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे के अनुसार प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आर के सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित की गई. निर्णय लिया गया है कि चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में चारधाम यात्रा के मद्देनजर एक-एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी. मजिस्ट्रेट की तैनाती के लिए भी गढ़वाल आयुक्त के स्तर से आदेश जारी कर दिए गए हैं.