उत्तराखंड की गोल्डन गर्ल अंकिता ध्यानी ने विश्व रैंकिंग कोटे के माध्यम से पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है.अंकिता ध्यानी पेरिस ओलंपिक में 2 अगस्त को होने वाली महिलाओं की राउंड 5000 मीटर दौड़ के साथ ओलंपिक में पहली उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार हैं. आपको बता दें की ध्यानी 30 सदस्यों वाली भारतीय एथलेटिक्स टीम के एक भाग के रूप में ओलंपिक में भाग लेंगी. उसी स्पर्धा में ध्यानी के साथ उनकी हमवतन पारुल चौधरी भी भाग लेंगी. रिखणीखाल के मेरूड़ा गांव की रहने वाली अंकिता आज भले ही गोल्डन गर्ल के रूप में जानी जाती हों, लेकिन यहां पहुंचने के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा. मेरूड़ा गांव में पचास-साठ परिवार रहते हैं. शिक्षा के नाम पर यहां एक प्राथमिक स्कूल है, जहां छोटा सा खेल मैदान है. गांव की पथरीली पगडंडियों में अंकिता ने अपनी शिक्षिका रिद्धि भट्ट की प्रेरणा से दौड़ना शुरू किया.
इन पगडंडियों ने अंकिता के पैरों को इस कदर मजबूती दी कि आज वह राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सफलता के परचम लहरा रही है. हाल ही में उन्होंने हरियाणा के पंचकूला में आयोजित 63वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी भाग लिया था. अंकिता ने इस चैंपियनशिप के 5 हजार मीटर की दौड़ में हिस्सा लेते हुए 16 मिनट 10.31 सेकंड में अपनी रेस पूरी की और अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता. इससे पहले भी अंकिता ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कई मेडल जीते हैं. अंकिता के पिता महिमानंद ध्यानी और माता लक्ष्मी देवी का कहना है कि अंकिता ने पहली बार आठवीं कक्षा में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. तेहरान (ईरान) में हुई एशियन इंडोर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी उन्होंने रजत पदक हासिल किया था. बेटी की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है. हमारी तरफ से अंकिता ध्यानी को ढेरों शुभकामनाएं. उम्मीद है वो विदेशी जमीन पर देश का परचम जरूर फहराएंगी.