उत्तराखंड के खटीमा के सीआईपीएफ जवान विपिन चंद्र ने दंतेवाड़ा में खुद को गोली मार दी। विपिन चंद्र चंपावत जिले के पाटी के रहने वाले थे।
CRPF jawan Vipin Chandra of Champawat Death
विपिन चंद्र के माता-पिता और भाई का परिवार खटीमा के भूड़ महोलिया में रहता है। इसके अलावा उनकी पत्नी और बच्चे हल्द्वानी में रहते हैं। विपिन चंद्र के परिजनों ने बताया कि उन्होंने सोमवार को पत्नी से बात की थी। बातचीत के दौरान विपिन चंद्र ने सभी की कुशलक्षेम पूछी थी। हालांकि विपिन चंद्र के परिजनों ने आत्महत्या की बात से साफ इनकार किया है। उनकी मौत का दुखद समाचार पाकर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
पाटी बिसारी के रहने वाले थे विपिन
विपिन चंद्र मूल रूप से चंपावत जिले के पाटी बिसारी के रहने वाले थे। उनके पिता भैरव दत्त गहतोड़ी भी सेना से रिटायर हैं। भैरव दत्त गहतोड़ी की पत्नी का नाम शांति देवी है। दोनों ही अपने बड़े बेटे नवीन चंद्र, बहू और दो पोतों के साथ भूड़ महोलिया में एक मकान में रह रहे हैं। भैरव दत्त गहतोड़ी का छोटा बेटा विपिन चंद्र अपनी पत्नी कविता, पुत्र शुभम और पुत्री संध्या के साथ हल्द्वानी, काठगोदाम के सीआरपीएफ कैंपस में रहते थे। बताया गया है कि विपिन चंद्र छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में तैनात थे।
परिजनों के पास आया फोन
परिजनों ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 11 बजे सीआरपीएफ कंट्रोल रूम से उनके पास फोन आया। इस दौरान उन्हें विपिन की मौत की सूचना दी गई। वर्ष 2000 में विपिन सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। इसी वर्ष जून महीने में वे अपने परिवार के साथ माता-पिता से मिलने खटीमा आए थे। जानकारी के अनुसार विपिन चंद्र CRPF 195 बटालियन मुख्यालय बारसूर में तैनात थे। सोमवार सुबह करीब 10: 30 बजे हेड कॉस्टेबल विपिन चंद्र अपने बैरक में गए और खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद बाकी जवान भी बैरक की ओर दौड़े तो देखा कि हेड कॉस्टेबल खून से लथपथ थे। इलाज के लिए ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई।