उत्तराखंड के लिए एक दुखद खबर है। हल्द्वानी के बिंदखत्ता के रहने वाले एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी के निधन की खबर सामने आई है।
Martyr Narendra Singh Bhandari of Haldwani
जब नरेंद्र सिंह भंडारी की मां को अपने बेटे की शहादत की खबर मिली, तो उन्होंने कहा, ‘तुम सब झूठ बोल रहे हो, मेरा बेटा जिंदा है, कल ही उसका फोन आया था और कह रहा था कि मां तेरी बहू बहुत अच्छी है।’ अब शहीद नरेंद्र सिंह भंडारी की मां माधवी बेसुध पड़ी है। एनएसजी कमांडो की मौत से इलाके में मातम पसरा हुआ है। किसी को उनके निधन पर यकीन नहीं हो रहा।
19 नवंबर को थी शादी
19 नवंबर को कमांडो नरेंद्र की शादी होनी थी। शादी समारोह को लेकर घर में आनंद का माहौल था। नई बहू के स्वागत की तैयारियां चल रही थी। यहां तक कि सभी रिश्तेदारों को शादी के कार्ड भेज दिए गए थे। आपको बता दें कि एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। गुरुवार को सैनिक का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कुमाऊं रेजीमेंट में थे तैनात
एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी बीते 10 वर्षों से कुमाऊं रेजीमेंट में एनएसजी कमांडो के तौर पर तैनात थे। उनके पिता स्व गोपाल सिंह भंडारी का दो वर्ष पहले निधन हो गया था। उनके बड़े भाई यशवंत भंडारी बिंदुखत्ता में किसान है। इसके अलावा मझले भाई माधो सिंह रेलवे में लोको पायलट हैं। उनकी छोटी बहन का नाम हीरा है। हर कोई नरेंद्र के निधन से स्तब्ध है। बताया जा रहा है कि फायर ड्रिल के दौरान गोली लगने से नरेंद्र भंडारी की मौत हुई।
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