उत्तराखंड सरकार पर्यटन को लगातार बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। हवाई सेवाओं की उपलब्धता पर्यटन को बढ़ावा देने में अहम साबित हो सकती है। पर्यटन विभाग प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग के साथ मिलकर 4K हेली प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. जिससे तमाम धार्मिक स्थलों को हेली सेवाओं से जोड़ा जा सके. इसी क्रम में देहरादून से काठमांडू तक इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू किये जाने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में पहुंच गई है. उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ समय में ही देहरादून से काठमांठू के लिए इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू हो जाएगी. यूकाडा सीईओ सी रविशंकर ने कहा पहले चरण में देहरादून से काठमांडू के बीच इंटरनेशन फ्लाइट शुरू करने का मुख्य उद्देश्य धार्मिक पर्यटन ही है. लोगों का केदारनाथ मंदिर के साथ ही नेपाल में स्थिति पशुपतिनाथ मंदिर का दर्शन करने की इच्छा रहती है. जिसको देखते हुए पर्यटन विभाग ने एक विस्तृत प्लान तैयार किया है. जिसमें 4K हेली सेवा शामिल की गई है. 4K योजना के तहत केदारनाथ, काशी, काठमांडू और कैलाश मानसरोवर को हेली सेवा के जरिए जोड़ा जाएगा.
कैलाश मानसरोवर के लिए पिथौरागढ़ से हेली सेवा संचालित की जा रही है. इसी के साथ पिथौरागढ़ – पंतनगर – काशी के लिए हेली सेवा संचालित हो रही है. हर साल चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा संचालित की जाती है. अब देहरादून से काठमांडू को जोड़ने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है. इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग ने टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली है. ऐसे में मंगलवार को यानी 28 मई को देहरादून से काठमांडू के बीच इंटरनेशन फ्लाइट के लिए फाइनेंशियल बिड खुलने जा रही है. जिसके बाद काठमांडू के लिए फ्लाइट का रास्ता साफ हो जाएगा. अभी भी पेंच इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर फंसा हुआ है. इंटरनेशन फ्लाइट के लिए एयरपोर्ट पर कस्टम और इमिग्रेशन ऑफिस का होना अनिवार्य है.ऐसे में नागरिक उड्डयन विभाग जौलीग्रांट एयरपोर्ट के रनवे को 650 मीटर बढ़ाने पर जोर दे रहा है. जिसकी प्रक्रिया चल रही है. जिससे आसानी से इंटरनेशन फ्लाइट का संचालन किया जा सके.