पहाड़ में मानसूनी बारिश आफत का सबब बनी हुई है. अलग-अलग जिलों में सैकड़ों सड़कें ब्लॉक हैं, जिस वजह से सफर मुश्किल हो गया है. हाईवे से लेकर गांवों के संपर्क मार्ग तक बाधित हैं. बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पागल नाला में भारी मात्रा में मालबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया है. बदरीनाथ धाम जाने वाले यात्रा वाहनों को पीपलकोटी, पाखी, तांगनी में रोका गया है. हाईवे से मलबा हटाने का काम जारी है. वहीं यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट के पास मलबा आने से बंद है. यहां दोनों ओर से दर्जनो वाहन फंसे हुए हैं. जोशीमठ में भारी बारिश के चलते पगनो गांव में एक बार फिर से गांव के ऊपर से मलबा और पानी आने से लोग दहशत में है. पिछले वर्ष से गांव के ऊपर से लगातार भूस्खलन हो रहा है.
यहां 11 सरकारी व निजी भवन ध्वस्त हो गए थे. कल देर रात को भारी बारिश के चलते लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर निकले. गांव में 53 परिवार खतरे की जद में है. दूसरी तरफ श्रीनगर में अलकनंदा का जल स्तर बढ़ने से घाटों तक पानी पहुंच गया है. हालांकि जल स्तर खतरे के निशान से काफी नीचे है, लेकिन घाटों के डूबने से लोगों को शव दाह आदि के लिए दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं. वहीं आज भी आज बुधवार 3 जुलाई को राज्य के सभी 13 जिलों में भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है. राज्य के 11 पहाड़ी जिलों में बारिश के दौरान लैंडस्लाइड और नदियों गदेरों के उफान पर आने की आशंका है. ऐसे में पहाड़ी सड़कों और संपर्क मार्गों पर चलने वाले यात्रियों से सावधान होकर यात्रा करने को कहा गया है.