शादी में दहेज लेना और देना अपराध है. दहेज प्रथा को रोकने के लिए कड़े कानून बने हैं, लेकिन आज भी लोगों को दुल्हन से ज्यादा प्यारा दहेज होता है. दहेज प्रथा की वजह से लोग बेटियों को बोझ समझते हैं. बेटी के पैदा होने के साथ ही उसकी शादी के लिए दहेज जुटाने की मेहनत भी शुरू हो जाती है. अब इसे दहेज नहीं शगुन कहते हैं, जिसे कोई मांगता नहीं है, पर मिलने की उम्मीद जरूर पालता है. तभी तो दहेज के लिए बेटियां मारी जाती हैं, सताई जाती हैं. हल्द्वानी में भी यही हुआ. ससुराल वाले बहू से दहेज में बाइक और नकदी मांग रहे थे. बहू ने विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया. पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पूरे मामले में नव विवाहित के तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यही नहीं विवाहिता ने पति समेत ससुराल पक्ष पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया है. विवाहिता का कहना है कि उसकी सास उस पर तलाक लेने का भी दबाव बनाती है. साथ ही ससुराल पक्ष के लोग रोजाना मारपीट करते हैं.
पुलिस के मुताबिक आनंदपुर मानपुर पश्चिम निवासी एक महिला ने पुलिस को दी सूचना में बताया कि फरवरी 2023 में उसकी शादी गांधीनगर निवासी एक युवक से हुई थी. विवाह के बाद ही पति, ससुर और सास उससे दो लाख रुपए नकद और बुलेट मोटरसाइकिल की मांग करने लगे. साथ ही विवाह के कुछ समय बाद ही उसकी सास उस पर तलाक लेने का दबाव बनाने लगी. आरोप है कि उसकी सास अपने बेटे का विवाह और कहीं कराने की बात कहती है. साथ ही उसका पति रोज शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता है. मारपीट में पीड़िता के सास और ससुर भी साथ देते हैं. बीती 12 मार्च को पीड़िता के ससुराल वालों ने दो लाख रुपये और बुलेट मोटरसाइकिल लाने की मांग के साथ उसे ससुराल से निकाल दिया. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. हल्द्वानी कोतवाली प्रभारी उमेश मलिक का कहना है कि महिला की तहरीर पर पति समेत सास, ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.