उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए शांतिपूर्ण मतदान कराने को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम एक्शन में हैं. उनके निर्देश पर प्रदेश के सभी जनपदों में निगरानी तंत्र को मजबूत करने के साथ ही विशेष चौकसी बरती जा रही है. इस कड़ी में आयोग के प्रवर्तन दलों ने तीन दिन में 60 लाख से अधिक की अवैध शराब व मादक पदार्थ पकड़े हैं। बता दें की मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देशों पर सभी जिलों में आबकारी, पुलिस, आयकर समेत 20 से अधिक प्रवर्तन एजेंसियां निगरानी कर रही हैं। स्टेट नोडल ऑफिसर (इलेक्शन एक्सपेंडिचर मॉनीटरिंग) मनमोहन मैनाली ने बताया है कि बीते 1 मार्च से 18 मार्च तक 7 करोड़ 68 लाख से अधिक कीमत की अवैध शराब, मादक पदार्थ, अनाधिकृत नकदी एवं अन्य सामग्री सीज की गई है.
वहीं 11 मार्च को हरिद्वार जनपद में तीन करोड़ 34 लाख लाख रुपए कीमत के मादक पदार्थ सीज किए गए. आपको बता दें की चुनाव आयोग ने वर्तमान में चुनाव प्रक्रिया को सकुशल और निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए चुनाव ड्यूटी में लगी प्रवर्तन एजेंसियों के लिए इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम (ईएसएमएस) की व्यवस्था लागू की है। इस ईएसएमएस में आबकारी, पुलिस, आयकर विभाग समेत 20 से अधिक एजेंसियां जुड़ी हुई हैं। अधिकांश प्रवर्तन की कार्रवाई एवं सीजर रिपोर्ट को रोजाना रात 12 बजे तक दर्ज किया जा रहा है। इसी ईएसएमएस सॉफ्टवेयर में सभी जिलों की प्रवर्तन एजेंसियां अपनी कार्रवाई दर्ज कर रही है। जिसकी सीधी मॉनिटरिंग चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड कार्यालय की ओर से की जा रही है।