हाल ही में उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट घोषित हुए जिसमें कुछ बच्चे तो अच्छे नम्बरों से पास हो गए हैं मगर कुछ को असफलता का मुंह देखना पड़ा. मगर बच्चों के मन में परीक्षा और परिणाम का इस कदर खौफ बैठ गया है कि वे फेलियर्स को फेस नहीं कर पाते और फेल होने से डरते हैं. इस वजह से कई बच्चे सुसाइड कर अपनी जान गवा देते हैं. फेल होने का सदमा एक छात्रा को इस तरह से लगा कि उसने जहर खा लिया. आनन-फानन में परिजन छात्रा को अस्पताल ले गए. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हल्द्वानी के बिन्दुखत्ता निवासी एक छात्रा हाईस्कूल में फेल हो गई. इस बात से छात्रा अवसाद में आ गई. बुधवार को छात्रा ने निराश होकर जहर खा लिया.
परिजनों को जैसे ही इस बात का पता चला तो आनन-फानन में उसे सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर गए. जहां इलाज के दौरान छात्रा ने दम तोड़ दिया. मेडिकल चौकी इंचार्ज प्रवीण तेवतिया ने बताया कि संजय नगर बिन्दुखत्ता निवासी शानू आर्या उम्र 16 वर्ष हाईस्कूल की छात्रा थी और 30 अप्रैल को उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट आया. लेकिन उसका परीक्षा परिमाम निराशाजनक रहा जिस कारण उसने बुधवार की शाम करीब छह बजे विषैला पदार्थ निगल लिया. घर पर जब उसकी तबियत ख़राब होने लगी तो परिजन उसे सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन वे उसकी जान नहीं बचा पाए और बृहस्पतिवार सुबह उसकी मौत हो गई.