मॉनसून आते ही उत्तराखंड में पहाड़ों का जीवन बड़ा दुश्कर हो जाता है. रविवार को सुबह गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ा हादसा हो गया. गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर चिरबासा के पास पहाड़ी से अचानक भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिर गए. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यात्रा पर जा रहे तीन तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि पांच घायल हो गए। घायलों में भी दो यात्री महाराष्ट्र के व अन्य स्थानीय बताए जा रहे हैं. घायलों को उपचार के लिए गाैरीकुंड अस्पताल में भेजा गया है. जानकारी के अनुसार, घटना सुबह साढ़े सात बजे की बताई जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची.
राहत एवं बचाव कार्य जारी है. हादसे में मृतकों की पहचान किशोर अरुण पराटे(31), नागपुर महाराष्ट्र, सुनील महादेव काले(24 ) जालना महाराष्ट्र, अनुराग बिष्ट, तिलवाड़ा रुद्रप्रयाग के रूप में हुई है. बता दें कि केदारनाथ में 16 किमी लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पल-पल भूस्खलन का खतरा रहता है। चीरबासा भूस्खलन जोन है, जहां प्रत्येक बरसात में पहाड़ी से पत्थर गिरने से दुर्घटनाएं होती रहती हैं. यहां बीते वर्ष भी पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण एक व्यक्ति की जान चली गई थी. बता दें कि आज मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. ऐसे में पहाड़ों पर बोल्डर और पत्थर गिरने के साथ ही नदी-नालों के उफान पर आने का खतरा बढ़ गया है. लिहाजा, बरसात के मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.