उत्तराखंड में जगह जगह गुलदार का खौफ देखने को मिल रहा है। आए दिन किसी न किसी जगह से गुलदार के हमले में किसी की मौत की खबरें सामने आ रही हैं।
Leopard Terror in Srinagar Garhwal
खासतौर पर पौड़ी गढ़वाल में गुलदार और बाघ के हमलों से लोग हलकान हैं। पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर में तो गुलदार ने आतंक ही मचा दिया है। यहां गलुदार ने 24 घंटे के भीतर दो मासूम बच्चों का शिकार कर दिया। लगातार दो मौतों के बाद से लोग वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर गए हैं। लोगों ने करीब 2 घंटे तक जाम लगाकर रोड को बंद रखा। लोगों का कहना है कि वन विभाग को बार बार गुलदार के बारे में सूचना दी गई लेकिन वन विभाग ने लापरवाही दिखाई। मृतक बच्चेों के परिजनों सहायता राशि दी जा रही है। आगे पढ़िए
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इस मामले में नागदेव रेंज के रेंजर ललित मोहन नेगी ने मीडिया को कुछ खास बाते हैं। उन्होंने बता कि श्रीनगर के विभिन्न इलाकों से जो भी जानकारियां मिली हैं, उनके मुताबिक क्षेत्र में 12 से अधिक गुलदार होने की सूचना है। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक प्रमुख वन संरक्षक डॉ. समीर सिन्हा ने आदमखोर गुलदार को पिंजरे में पकड़ने और ट्रेंकुलाइज करने के निर्देश दिए हैं। अगर इनमें असफल रहें, तो गुलदार को मारने की इजाजत दी गई है। सोमवार को पौड़ी के थपलि गांव में एक खाली पड़े घर में गुलदार घुस गया। हालांकि गांव के एक शख्स ने हिम्मत कर घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। इससे गुलदार घर के अंदर कैद हो गया । वन विभाग टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गुलदार को कमरे के बाहर निकाला। बताया गया है कि गुलदार Srinagar Garhwal Leopard युवा और काफी स्वस्थ भी है. जिसे मेडिकल जांच के बाद रेस्क्यू सेंटर भेजा जाएगा