उत्तराखंड में बाघ-गुलदार समेत तमाम जंगली जानवर दशहत का सबब बने हुए हैं.कुमाऊं के कई क्षेत्रों में बाघ का आतंक चरम पर है. वहीं अब खटीमा के चकरपुर स्थित वनखंडी मंदिर के पीछे बुधवार को बाघ ने साइकिल सवार एक बुजुर्ग को निवाला बना लिया. वह बुजुर्ग के शव को घसीटता हुआ झाड़ियों में ले गया. कुछ दिन पहले ही इसी स्थान पर शौच के लिए गए बुजुर्ग पर भी बाघ ने हमला किया था.चकरपुर, प्लांटेशन निवासी प्रेम चंद (70) पुत्र कालू चंद चकरपुर बाजार स्थित एक होटल में काम करते थे. बुधवार सुबह वह अपने भाई बूढ़ाबाग निवासी करमचंद के यहां चाय पीने के बाद साइकिल से होटल की ओर आ रहे थे.
रास्ते में वनखंडी मंदिर के पीछे जंगल के रास्ते में अचानक झाड़ियों में छिपे बाघ ने उन पर हमला कर दिया. बाघ ने उनके सिर पर पंजा मारने के बाद दांतों से गर्दन दबा दी. इसके बाद उनको घसीटता हुआ झाड़ियों में ले गया. प्रेमचंद के काफी देर तक होटल न पहुंचने पर जब उनकी खोजबीन शुरू हुई तो वनखंडी मंदिर के पीछे साइकिल पड़ी मिली. कुछ दूरी पर झाड़ियों में उनका क्षत विक्षत शव बरामद हुआ. परिजनों ने बताया कि वह अविवाहित थे और अपने भाई के बेटे नवीन चंद के साथ रहते थे. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र जोशी ने बताया कि कि बाघ को पकड़ने के लिए घटनास्थल के आसपास पिंजरा लगा दिया गया है.