उत्तराखंड के जोशीमठ के प्रवेश द्वार चुंगी धार के समीप पिछले तीन दिनों से बाधित बदरीनाथ हाईवे को लेकर एक अच्छी खबर आई है. बदरीनाथ हाईवे पैदल आवाजाही के लिए सुचारु हो गया है. चार दिनों से फंसे दोपहिया वाहनों को निकालने का काम शुरू हो गया है. पहले पैदल आवाजाही करने वालों को निकाला जा रहा है. उपजिलाधिकारी जोशीमठ ने बताया कि तीन हजार फंसे तीर्थ यात्रियों में से 1500 को निकाल दिया गया. पिछले 48 घंटों से लगातार सेना के अधिकारियों की मौजूदगी में जवान श्रद्धालुओं को भंडारा लगाकर भोजन और जलपान करा रहे हैं. तीन दिन से सड़क खोलने की आस में अब तीर्थ यात्रियों का मनोबल भी टूटकर जवाब देने लगा था.
लिहाजा स्लाइडिंग प्वाइंट पर दोपहिया वाहनों वाले श्रद्धालुओं और पैदल दूसरे छोर पर जाने को आतुर यात्रियों के बढ़ते दबाव के चलते बीआरओ प्रशासन को गुरुवार शाम को हर हाल में कुछ समय के लिए ही सही पैदल मार्ग खोलना चुनौती बन गया. बीआरओ टीम द्वारा इस चुनौती को पूरा करते हुए गुरुवार शाम को एक बार फिर से पैदल यात्रियों के लिए बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर रास्ता खोल दिया गया. जिसके बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की मौजूदगी में दोनों छोर पर खड़े यात्रियों और लोकल लोगों सहित डेली सप्लाई के सामान सब्जियों के कैरेट और अन्य जरूरी सामानों को लेकर आ रहे नेपाली मजदूरों को हाईवे के एक छोर से दूसरे छोर पर एक-एक करके पंक्तिबद्ध तरीके से सुरक्षित पास कराया गया है. वहीं सड़क मार्ग सुचारू होने में अभी भी समय लगेगा.