कहते हैं दिखता नहीं है, लेकिन होता जरूर है, हर खुदकुशी के पीछे कोई ना कोई कातिल जरूर छिपा होता है. आखिर कोई जिंदगी खत्म कर लेने का फैसला यूं ही नहीं कर लेता. अब हरिद्वार में ही देख लें, जहां विवाहिता ने दहेज प्रताड़ना से तंग होकर मौत को गले लगा लिया. आपको बता दें कि हरिद्वार में आग से झुलसी आठ माह की गर्भवती ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. मामले को लेकर मृतका के भाई ने पुलिस को तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर पुलिस ने महिला के पति, सास और देवर के खिलाफ दहेज़ उत्पीड़न के आरोपी में केस दर्ज कर लिया है. पूरा मामला क्या है. चलिए बताते हैं. 7 मार्च को एक गर्भवती महिला की हरिद्वार के शांतरशाह गांव में संधिग्द हालत में मृत्यु हुई. जाँच करने पर पता लगा कि महिला ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या की है. इस मामले में मृतका के भाई कुलदीप ने बहादराबाद थाने में शिकायत दर्ज की थी. जिसके बाद से पुलिस जाँच लगातार जारी थी.
पुलिस जांच में मृतका के भाई ने बताया कि उसकी छोटी बहन प्रियंका देवी की शादी 19 दिसंबर 2022 को बहादराबाद थाना क्षेत्र के शांतरशाह निवासी गुड्डू के साथ हिंदू रीति रिवाज से हुई थी. शादी के बाद से उसकी बहन का पति, सास और देवर आए दिन दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करते रहते थे. भाई ने बताया की गुड्डू का प्रेम प्रसंग किसी अन्य महिला के साथ भी चल रहा था. कृष्णपाल ने कहा कि उसकी बहन का ससुराल में लगातार मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा था. जिससे परेशान होकर प्रियंका ने सात मार्च को खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली. महिला को अधजली हालत में उसे एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान मंगलवार को महिला ने दम तोड़ दिया. बता दें महिला आठ माह की गर्भवती थी. उपचार के दौरान महिला के पेट में उसके बच्चे की भी मौत हो गई. वहीं इस मामले को लेकर थाना प्रभारी नरेश राठौड़ ने बताया कि मृतका के परिजनों की तहरीर के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है.