उत्तराखंड में उपचुनाव में भाजपा का विजय रथ रुक गया है. भाजपा पिछले दस साल से सत्ता में है. और इस दौरान जितने भी उपचुनाव हुए भाजपा ने जीत दर्ज की. वहीं कांग्रेस ने पिछले दस साल में यह पहली जीत दर्ज की है. बदरीनाथ और मंगलौर का चुनावी समर भाजपा के विजय रथ की कड़ी परीक्षा था. चंपावत और बागेश्वर उपचुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में जीत से भाजपा के हौसले बुलंद थे, लेकिन उपचुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर हो गया. प्रदेश में दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में मंगलौर सीट मंगलौर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन ने और बदरीनाथ सीट पर लखपत सिंह बुटोला जीत दर्ज की है.
बीजेपी के लिए बदरीनाथ सीट हारना सदमे जैसा है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की ये गृह सीट है. 2022 के विधानसभा चुनाव में ये सीट तब कांग्रेस में रहे राजेंद्र भंडारी ने जीती थी. 2024 को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजेंद्र भंडारी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गए थे और उन्होंने कांग्रेस के साथ ही विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. इसी कारण बदरीनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ. बीजेपी ने राजेंद्र भंडारी को अपना उम्मीदवार बनाया. लेकिन राजेंद्र भंडारी बीजेपी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके और चुनाव हार गए हैं.