बांग्लादेश में सत्ता संकट के बाद अब वहां रह रहे हिंदुओं के अस्तित्व संकट मंडराने लगा है. वैसे तो ये सालों से प्रताड़ित हो रहे थे, लेकिन अब उनके साथ खुलेआम अत्याचार हो रहा है. जबसे बांग्लादेश की सत्ता से शेख हसीना का सफाया हुआ है. वहां कट्टरपंथियों को अचानक नई शक्ति मिल गई है और इस शक्ति के शिकार हो रहे हैं वो हिंदू जो बांग्लादेश में किसी तरह रह रहे थे. जो बांग्लादेश में किसी तरह अपना जीवन गुजार रहे थे, लेकिन पिछले 24 घंटों से उनके साथ जो हो रहा है. उससे पूरी दुनिया भयभीत है. बांग्लादेश में हिंदुओं की संख्या 1 करोड़ 31 लाख के आसपास है. बांग्लादेश में तख्तापलट के साथ हुई हिंसा की पीड़ा उत्तराखंड के रुद्रपुर में रह रहे बंगाली समुदाय के लोगों में भी हैं. यहां के कई लोगों के रिश्तेदार बांग्लादेश में रहते हैं. उनकी सुरक्षा की चिंता सबको सता रही है.
आदर्श इंदिरा बंगाली कालोनी रुद्रपुर के संतोष सरकार ने बताया कि बांग्लादेश में उनके पैतृक आवास से महज आठ किलोमीटर दूर दंगाई पहुंच चुके हैं. बाजार में घुसकर भतीजे की दो हार्डवेयर की दुकानों को फूंक दिया है. परिवार के सभी सदस्य सहमे हुए हैं. पूर्व में हुए युद्ध के दौरान वाली स्थिति फिर बन रही है। लोग वहां से भाग रहे हैं. मूल रूप से ग्राम विष्णुपुर थाना कालीगांस जिला सतखोरा बांग्लादेश एवं हाल निवासी आदर्श इंदिरा बंगाली कालोनी के संतोष सरकार पुत्र वासुदेव सरकार 14 वर्ष की आयु में अपने चार भाइयों संग उत्तराखंड आ गए। जबकि दो भाई कोलकाता में बस गए. बड़े भाई अनिल सरकार बांग्लादेश यानी पैतृक गांव में रह गए. अनिल सरकार की मृत्यु के बाद उनके भतीजे वहां परिवार संग निवास करते हैं. इन दिनों बांगलादेश में तख्तापलट के बाद हिंसा चरम पर हैं. हिंदुओं को जिंदा जलाया जा रहा है.