उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में गुलदार आतंक का सबब बने हुए हैं. जंगली जानवरों के हमले में लोग जान गंवा रहे हैं. इस बार मामला श्रीनगर गढ़वाल का है, यहां गुलदार ने आंगन में खेल रही बच्ची को उठा लिया था. बच्ची को गुलदार द्वारा उठाए जाने की खबर से हड़कंप मच गया था. आनन फानन में बच्ची को ढूंढने के लिए लोग निकल पड़े थे. काफी मशक्कत के बाद बच्ची गंभीर रूप से घायल अवस्था में झाड़ी के अंदर मिली. अब तक मिली जानकारी के अनुसार श्रीकोट के गंगनाली बेस अस्पताल कालोनी के समीप सोनी कुमार परिवार समेत कच्चा मकान बनाकर रहता है. परिवार में चार बच्चे और पत्नी हैं. शुक्रवार देर शाम उनकी बेटी सिया बाथरूम करने घर के समीप बने टॉयलेट में गई. इसी दौरान टॉयलेट के पीछे गुलदार घात लगाकर बैठा हुआ था और सिया के बाथरूम से बाहर निकलते ही हमला कर दिया. वह उसे अपने पंजों में दबाकर जंगल की तरफ भाग निकला. भनक लगने पर परिजनों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया.
जिस पर मौके पर पहुंचे लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों की तरफ से बच्ची की खोजबीन शुरू की. घर से कुछ दूरी पर बच्ची के कपड़े बरामद हुए. काफी तलाश के एक घंटे बाद करीब घर से कुछ दूर बच्ची बेसुध हालत में मिली. उसके गले समेत शरीर के अन्य स्थानों पर गुलदार के पंजों के निशान हैं. आनन फानन में बच्ची को मेडिकल कॉलेज श्रीनगर ले जाया गया. उपचार के बाद बच्ची को हायर सेंटर रेफर किया गया. घटना के बाद लोगों का आक्रोश देखने को मिला. लोग अस्पताल के बाहर लाठी डंडे लिए हुए पहुंचे थे. लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा था कि पिछले तीन माह से इस इलाके में गुलदारों की चहल कदमी सीसीटीवी कैमरों में आ रही थी, लेकिन वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने की कोशिश नहीं की. इसी का नतीजा था कि देर रात गुलदार ने एक बच्ची पर हमला कर दिया.