उत्तराखंड का हल्द्वानी शहर। कुमाऊं का द्वार कहा जाने वाला इस शहर में अचानक उपद्रव फैल गया।
Riots In Haldwani
आपको बताते हैं कि आखिर यहां ऐसा हुआ क्यों? यहां बनभूलपुरा इलाके में मलिक का बगीचा मौजूद है। यहां प्रशासन की टीम अवैध रूप से बने नमाज स्थाल और मस्जिद को तोड़ने गई थी। अचानक नगर निगम और पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों द्वारा पथराव शुरू किया गया। इस पथराव में 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। बवाल लगातार बढ़ता गया। उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से फायरिंग भी करनी पड़ी। उपद्रवकारियों ने मौके पर मौजूद नगर निगम की जेसीबी भी तोड़ डाली। आगे पढ़िए
Read Also: गढ़वाल: यहां 1 दर्जन से ज्यादा गांवों में लगा नाइट कर्फ्यू, गली गली में आदमखोर गुलदार की दहशत
पुलिस जीप, ट्रैक्टर समेत कई वाहनों पर आग लगा दी। इस बीच कुछ लोग छतों पर चढ़कर पुलिस की टीम पर पथराव करने लगे। बवाल बढ़ता ही गया और देर शाम को उपद्रवकारियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंक दिया। बवाल की सूचना पर हल्द्वानी का बाजार बंद हो गया। गफूर बस्ती में उपद्रवकारियों ने 100 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया। कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा हल्द्वानी में होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। हल्द्वानी से सटे उधम सिंह नगर जिले में भी धारा 144 लागू कर दी गई है। हल्द्वानी में सभी पेट्रोल पंप बंद कर दिए गए हैं। मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है और सभी सीमावर्ती इलाकों को सील कर दिया गया है। कर्फ्यू लगा दिया गया है और दंगाइयों (Riots In Haldwani) को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं।