चारधाम यात्रा को लेकर देश-दुनिया के तीर्थ यात्रियों में खूब उत्साह है. इस साल लाखों तीर्थयात्रियों के चारधाम यात्रा पर पहुंचने की उम्मीद है. चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पंजीकरण में दैनिक रिकॉर्ड संख्या बढ़ रही है. जून में चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण फुल हो गए हैं. जुलाई से नवंबर के बीच यात्रा के लिए पंजीकरण उपलब्ध हो रहे हैं. चारोंधामों में क्षमता से अधिक भीड़ बढ़ने पर प्रदेश सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण पर 31 मई तक रोक लगाई है. धामों में स्थिति सामान्य होने पर एक जून से ऑफलाइन पंजीकरण खुल सकते हैं.
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण का आंकड़ा 31.55 लाख पार कर चुका है. इसमें 9.61 लाख यात्री दर्शन कर चुके हैं. 10 मई से चारधाम यात्रा का आगाज हुआ. पहले दिन ही केदारनाथ, गंगोत्री यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों की भारी उमड़ी, जिससे व्यवस्थाएं भी पटरी से उतर गईं. प्रदेश सरकार ने यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया है. ऑनलाइन पंजीकरण के लिए प्रतिदिन के हिसाब से संख्या निर्धारित है, जिसमें बदरीनाथ धाम में 20 हजार, केदारनाथ के लिए 18 हजार हजार, गंगोत्री के लिए 11 हजार और यमुनोत्री के लिए नौ हजार संख्या तय है. इसके आधार पर जून माह में यात्रा के लिए पंजीकरण उपलब्ध नहीं है.