उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में लगातार हो बारिश से नदियां उफान पर आ गईं हैं. ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा नदी चेतावनी निशान के पार बह रही है. वहीं नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद प्रशासन ने तुरंत ही अलर्ट जारी कर दिया है. हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से ऊपर चल रहा है. ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से .20 मीटर ऊपर आ गया है. पुलिस की टीम त्रिवेणी घाट समेत आसपास गंगा के तटीय इलाकों में मौजूद लोगों को अलर्ट कर रही है. गुरुवार की सुबह 8:00 बजे ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर 339.70 मीटर दर्ज किया गया. जो कि चेतावनी रेखा (339.50) से दशमलव 20 मीटर अधिक है. हालांकि, अभी खतरे की रेखा (340.50) से नीचे है, लेकिन जल स्तर में लगातार आंशिक वृद्धि दर्ज की जा रही है.
हरिद्वार के भीमगोडा बैराज पर गंगा का जलस्तर 293.45 रिकॉर्ड किया गया है. गंगा का जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. वहीं, यूपी सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं. उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ अनिल निमेष ने बताया बारिश अगर इसी तरह जारी रही तो शाम तक गंगा का जलस्तर और भी ज्यादा बढ़ सकता है. गंगा अपने वार्निंग लेवल से 0.25 मीटर ऊपर बह रही है, जिसकी अभी और बढ़ने की संभावना है. इसके साथ ही ऋषिकेश पशुलोक बैराज ने भी जल छोड़ा है. यदि गंगा का जलस्तर डेंजर लेवल से यानी 294 मीटर से ऊपर बहता है तो गंगा तट से जुड़े आसपास की आबादी वाली बस्तियों को भी खाली कराया जाएगा. वहीं गंगा की उफान को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा रहा है कि निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बन गया है.