25 साल की उम्र और इस उम्र में उस होनहार युवती ने मौत को गले लगा लिया। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर ऐसी कौन से परिस्थिति आन पड़ी थी कि 25 वर्ष की रेवा ने मौत को गले लगा लिया?
Death of Advocate Reva Singh in Kashipur
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर की निवासी रेवा सिंह अधिवक्ता थीं। 25 वर्षीय बेटी ने खुदकुशी कर ली और परिवार सन्न रह गया। खुदकुशी से पहले रेवा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ लेकिन, इसमें भी लिखा है कि वह मानसिक रूप से परेशान थी। आसपास के लोग यह विश्वास ही नहीं कर पा रहे कि आखिर क्यों रेवा ने मौत को गले लगाया। सुसाइड नोट में रेवा ने किसी को भी अपनी मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया। बस इतना जिक्र किया है कि वह मानसिक रूप से बहुत परेशान थी और उसका इलाज चल रहा था। स्थानीय लोग कहते हैं कि रेवा के मां-पिता के बीच काफी लंबे समय से झगड़ा चल रहा था। रेवा के मां-पिता एक साथ नहीं रहते थे, इस वजह से वो मानसिक रूप से परेशान हो चुकी थी। परिवार के सदस्य आस पड़ोस में किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं करते थे। रेवा के पिता पहले काशीपुर में ही एक फैक्टरी में पार्टनर थे। खबरें ऐसी भी हैं कि परिवार के कुछ सदस्य तंत्र-मंत्र पर भरोसा करते थे। स्थानीय लोग इस बात की भी चर्चा कर रहे हैं कि बीते बुधवार को परिवार में किसी बात पर झगड़ हुआ होगा।